नशा / Intoxification
There are number of songs/Poetry on Wine or Intoxication. मसलन : दो घूंट मुझे भी पिला दे साक़ी, देख फिर होता है क्या , शीशे से पी या पैमाने से पी... there are numerous. Everybody knows about great Mirza Ghalib n his drinking habits. Its true that any kind of intoxication, be it alcoholic or non-alcoholic, takes your mental condition to a different level. But its also to be noted that too much of habit to get kick, kicks out the life & drags one into the grave. The pathetic thing is when family/personality/character gets affected...
In view of the after-effects of Intoxication, I wrote this..
खूब जमेगा जब मिल बैठेंगे सारे यार ,
बहेगी व्हिस्की , वोडका या रम की बहार ...
माहौल बनेगा यादों को कुरेदने का ,
कुछ शरारतें, कुछ मासूमियत ज़िक्र करने का ...
और फिर नशे में धुत्त कदम लडखडाते ,
चल देंगे अपने आशियाने के तरफ ...
लेकिन ...
अक्सर ऐसा नहीं होते देखा मैंने ,
नशे में चूर बदहवास इंसान देखा मैंने ,
लडखडाते क़दमों पे बिखरता जहां देखा मैंने ,
शराब की लत में लुटते घर देखे मैंने ,
परिवार को उजड़ते देखा मैंने ,
क़र्ज़ और बीमारी में इंसान को रेंगते देखा मैंने ....
इंसानियत की सीमा पार कर ,
इस नशे ने कितने कुकर्म को जन्म दिए ...
अर्थव्यवस्था की सुधार के लिए ,
इस सोमरस ने जाने कितनों के प्राण ले लिए ...
कुछ पल की चाहत में ,
इस मय के प्याले ने कितने होश बिगाड़ दिए ...
क्या मिलता है ऐसे नशे से ,
जो बनता भी है तो उसके अस्तित्व को मिटा कर ...
क्यों पिए है ऐसा द्रव्य ,
जिससे जिस्म भी छलनी होता रहता कई बार ...
गर ये कोई सहारा है ,
तो क़दमों की क्या ज़रूरत फिर तुम्हे ..
गर ये तुम्हारा आसरा है ,
तो रिश्तों के अहमियत की ख़बर नही तुम्हे ..
गर तुम्हारे लिए नशा ही सब कुछ है ,
तो इंसानी रूप में रेंगने वाले कीड़े का स्वरुप मिला है तुम्हे ...
जागो इससे पहले के देर हो जाये ,
निकलो इस रंगीन पानी से बाहर ,
इससे पहले के तुम्हारी रूह भी तुमसे दगा कर जाए ...
मिली है ज़िन्दगी कुछ कर गुजरने के लिए ,
राह पकड़ मोहब्बत की ,
और कदर कर रिश्तों की अपने जीने के लिए ...!
I am not preaching that one should never drink, but then everything has limits. Even Medical Practitioner also asks to drink in sensible quantity...even Defense ppl are advised for same...but in control
I go by the Tag line of my fav brand which says "Drink Responsibly".
नशा अच्छी चीज़ हा यारों, बस नशे में नाश न करो
नशे का लुत्फ़ लो , नशे को यूँ बदनाम न करो ....
Be Happy n Be Blessed :)
Pic Courtesy : Google
मजा सजा बन जाती है
ReplyDeleteदारू दवा सी लुभाती है
फिर ये बंदे की पीती तो,
दुआ दवा काम न आती है।
बहुत सही कहा आपने ।
प्रेरक !
बहुत सही बात है अनुराग भाई। आपकी पंक्तियाँ
Deleteभी बिलकुल सही सन्देश दे रही है।